अपनी आँखों को चार मत करना, तुम ...लड़कियों तुम प्यार मत करना...
गम की उलझी हुई लकीरों में अपनी तकदीर देख लेती हूँ...
गम की उलझी हुई लकीरों में अपनी तकदीर देख लेती हूँ...
बिछड़ना मिलना तो किस्मत की बात है, लेकिन......
सुन सुन सुन दीवाने सुन......
साथ छूटे थे साथ छुते हैं, ख्वाब टूटे थे, ख्वाब हैं.......
हिचकियाँ तुझको आ रही होंगी मैं तुझे यद् करती रही हूँ.....
तेरी यादों को प्यार करती हूँ, सौ जन्म भी निसार करती हूँ....
सुन सुन सुन दीवाने सुन......
साथ छूटे थे साथ छुते हैं, ख्वाब टूटे थे, ख्वाब हैं.......
हिचकियाँ तुझको आ रही होंगी मैं तुझे यद् करती रही हूँ.....
तेरी यादों को प्यार करती हूँ, सौ जन्म भी निसार करती हूँ....
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